प्रेस्ले प्रिकार्ड में फायरफाइटर बनने का जुनून सवार था। उनके फैसले को लोग गलत करार देते थे। कहते थे, यह काम काफी मुश्किल है और तुम बिल्कुल छुई-मुई जैसी नाजुक हो। इसे गलत साबित करने के लिए प्रेस्ले ने जिम जाकर वेटलिफ्टिंग शुरू की और 20 साल की उम्र में पैरामेडिक और फायरफाइटर बन गईं। अब आग से जलती इमारतों से जब प्रेस्ले लोगों को बचाती हैं तो उनके आलोचक चुप्पी साध लेते हैं।
प्रेस्ले फायरफाइटिंग सर्विसेज सिर्फ लड़कों को डेट करने के लिए ज्वाइन करना चाहती थीं। दो बच्चों की मां प्रेस्ले मोंटाना प्रांत के शहर केलिस्पेल में रहती हैं और इंस्टाग्राम पर अक्सर अपनी तस्वीरें शेयर कर लड़कियों को बताती हैं कि वे भी लड़कों जितनी स्ट्रॉन्ग हो सकती हैं। प्रेस्ले के इंस्टाग्राम पर उनके 60 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
लड़कियां खुद पर भरोसा रखें तो हर मुश्किल होगी आसान
- प्रेस्ले ने बताया, "जब मैं पहली बार इस जॉब के लिए आई तो लोग सोचते थे कि मुझे काम से ज्यादा फायरफाइटर्स के साथ डेटिंग करने में दिलचस्पी होगी। एक ऐसी नौकरी जहां पुरुषों का वर्चस्व हो, वहां अपनी जगह बनाना कोई आसान
काम नहीं था। इसलिए जब मुझे हल्की-फुल्की,कमजोर लड़की कहा गया तो मैंने ठान लिया कि इसे गलत साबित करके रहूंगी।" - प्रेस्ले के मुताबिक, "18 साल की उम्र में मैंने पहले बेटे को जन्म दिया और उसके जन्म के दो हफ्ते बाद हाई स्कूल पास किया। उसके बाद मेरी मांसपेशियां कमजोर हो गई थीं। अगले ही साल बाद मेरी बेटी पैदा हुई,जिसके बाद मैंने वेटलिफ्टिंग करनी शुरू की और पहले से ज्यादा स्ट्रॉन्ग बनी।"
- "अब भी जॉब मैं सबसे मुश्किल काम लेती हूं, ताकि कोई मुझे कमजोर न समझे। हमारी फायर एकेडमी ट्रेनिंग में आंखों पर पट्टी बांधकर 95 किलो की डम्मी अंधेरे में ढूंढकर उठानी होती है। यह बेहद मुश्किल रहता है लेकिन मेरे लिए बिलकुल आसान है।"
- प्रेस्ले बताती हैं कि इंस्टाग्राम पर उनके वीडियोज़ पर उन्हें 10 हजार से ज्यादा लाइक्स मिल जाते हैं और वहां लड़कियां मुझसे पूछती हैं कि वे उनके जैसे स्ट्रॉन्ग कैसे बन सकती हैं। इस पर प्रेस्ले उन्हें यही कहती हैं कि वे खुद पर भरोसा बनाए रखें और इस बात को मन में बिठा लें कि चाहे कुछ भी हो जाए, वे दुनिया में कुछ भी करने में सक्षम हैं।
Comments